“ऋ” की मात्रा वाले 51 + शब्द |Ri Ki Matra ke Shabd |Most Important

हिंदी भाषा की सुंदरता उसके विविध स्वर और व्यंजन में निहित है। इस विशाल समुद्र में, “ऋ” की मात्रा वाले शब्द Ri Ki Matra ke Shabd एक विशेष स्थान रखते हैं। यह स्वर ध्वनि अपने आप में अद्वितीय है, और इसका प्रयोग सही ढंग से करना भाषा के गहरे ज्ञान का प्रतीक है। “ऋ” की ध्वनि का उच्चारण करते समय जीभ की स्थिति और वायु प्रवाह एक अलग अनुभव प्रस्तुत करते हैं, जो किसी अन्य मात्रा से बिल्कुल भिन्न होता है।

“ृ” की मात्रा Ri Ki Matra एक विशिष्ट ध्वन्यात्मक तत्व है जो हिंदी वर्णमाला में अत्यधिक उपयोगी है। यह मात्राविशेष वर्ण लघु और दीर्घ ध्वनियों के बीच एक अनोखा संतुलन स्थापित करता है। इसका उपयोग मुख्यतः संस्कृत से उद्धृत शब्दों में देखा जाता है, और यह विशेष रूप से उन शब्दों में प्रयोग होता है जहाँ ध्वनि की गहराई और विस्तार की आवश्यकता होती है।

“ऋ” की मात्रा Ri Ki Matra के उदाहरण

“ृ” की मात्रा Ri Ki Matra का उपयोग शब्दों की संरचना और उनके अर्थ में विभिन्न प्रकार के प्रभाव उत्पन्न करता है। उदाहरण के लिए, “रृण” (ऋण) और “ऋषि” (ऋषि) जैसे शब्दों में इसका प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। ये शब्द अपनी ध्वन्यात्मक विशेषताओं के कारण एक विशिष्ट सांस्कृतिक और भाषाई स्वरूप प्रदान करते हैं।

“ृ” की मात्रा Ri Ki Matra का प्रयोग

  1. शब्दों में स्थान: “ृ” की मात्रा Ri Ki Matra का प्रयोग सामान्यतः उन शब्दों में होता है जो संस्कृत से हिंदी में आए हैं। जैसे “ऋत” (ऋतु), “ऋषि” (ऋषि) और “ऋण” (ऋण)। इन शब्दों में “ृ” की मात्रा न केवल ध्वनिकी पर प्रभाव डालती है, बल्कि अर्थ को भी विस्तारित करती है।
  2. उच्चारण और प्रयोग: “ृ” की मात्रा का उच्चारण अक्सर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। यह मात्रा, विशेष रूप से जब शब्दों के मध्य या अंत में हो, तो उच्चारण की सटीकता को प्रभावित कर सकती है।
  3. भाषाई महत्व: हिंदी के अतिरिक्त भाषाओं में भी “ृ” की मात्रा की उपस्थिति देखने को मिलती है, जो भाषा के विकास और उसकी जटिलता को दर्शाती है।

सभी व्यंजन मे ऋ की मात्रा का प्रयोग – कृ , खृ , गृ , घृ , ङृ , चृ , छृ , जृ , झृ , ञृ , टृ , ठृ , डृ , ढृ , णृ , तृ , थृ , दृ , धृ , नृ ,पृ ,फृ , बृ , भृ , मृ , यृ , रृ , लृ, वृ , शृ , षृ , सृ , हृ , क्षृ ,त्रृ , ज्ञृ इस तरह से किया जाता है।

2 अक्षरों के “ऋ” की मात्रा वाले शब्द | 2 Aksher Ke “Ri” Ki Matra Wale Shabad

  • ग + ृ + ह = गृह
  • व + ृ + क्ष = वृक्ष
  • मा + त + ृ = मातृ
  • ऋ + त + ृ = ऋतु
  • म + ृ + त = मृत
  • क + ृ + ि + ष = कृषि
  • म + ृ + ग = मृग
  • म + ृ + दा = मृदा
  • तृण
  • तृषा
  • ऋतु
  • वृथा
  • नृप
  • वृक्ष
  • गृह
  • भृगु
  • मृग
  • ऋजु
  • वृष
  • ऋण
  • तृक्ष
  • घृत
  • मृदा
  • मृदु
  • ऋगु

3 अक्षरों के “ऋ” की मात्रा वाले शब्द | 3 Aksher Ke “Ri” Ki Matra Wale Shabad

  • प्रवृत्ति   
  • कृष्णा
  • सृजन   
  • सृष्टि     
  • ऋषभ
  • नृपति   
  • तृप्ति    
  • गृहणी
  • मृतक   
  • तृष्णा    
  • पृथक
  • श्रृंखला  
  • वृष्टि      
  • अमृत
  • कृतज्ञ   
  • पृथ्वी     
  • भृकुटी
  • कृतघ्न   
  • कृषक   
  • श्रृंगार
  • शृगाल   
  • हृदय    
  • कृपालु

4 – 5 अक्षरों के “ऋ” की मात्रा वाले शब्द | 4 – 5 Aksher Ke “Ri” Ki Matra Wale Shabad

  • मृगशावक           
  • उत्कृष्ट
  • दृष्टिकोण             
  • नृत्यशाला            
  • अनुवृत्ति
  • दूरदृष्टि  
  • सृजनात्मक         
  • बृंदावन
  • दूरदृष्टा  
  • वृक्षारोपण           
  • मृगालय
  • स्वीकृति
  • संस्कृति 
  • ऋषिकुल
  • अदृश्य  
  • वृक्षावली
  • पुरस्कृत
  • वृक्षासन 
  • संस्कृत  
  • कृष्णकांत

“ऋ” की मात्रा वाले Ri Ki Matra Wale वाक्य

  • कृषि में सुधार करने के लिए नई विधियाँ अपनाई जा रही हैं।
  • ऋण की समस्या को हल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
  • कृपया ध्यान दें कि सभी निर्देश सही ढंग से पालन किए जाएं।
  • सृजनात्मकता की आवश्यकता होती है एक अच्छे लेखक बनने के लिए।
  • ऋषि ने शास्त्रों का अध्ययन किया।
  • वह कृपया अपनी पुस्तक लाएँ।
  • उन्हें स्वास्थ्य लाभ के लिए व्यायाम करना चाहिए।
  • हमारे क्षेत्र में कृषि का महत्व बहुत है।
  • ऋण चुकाने का समय आ गया है।
  • कृष्ण ने गीता में कई उपदेश दिए।
  • सप्ताहांत पर हमें एक ऋतुकालीन कार्यक्रम का आयोजन करना है।
  • सृजनशीलता के लिए मन की शांति आवश्यक है।

“ऋ” की मात्रा Ri Ki Matra
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